Post Office Schemes में निवेश होगा फायदे का सौदा, कभी नहीं डूबेगा आपका पैसा, अच्छा रिर्टन भी मिलेगा

  • पोस्ट ऑफिस की डिपॉजिट स्कीम्स पर सरकार खुद गारंटी देती है।
  • कई स्कीम्स में आयकर ऐक्ट के सेक्शन 80 सी के तहत टैक्स छूट का फायदा भी उठाया जा सकता है।
  • पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट खाता आप 10 रुपए से भी खुलवा सकते हैं। 
नई दिल्ली. 
पोस्ट ऑफिस (Post Office) निवेश के ऐसे कई ऑप्शन देता है जिनमें आप इन्वेस्टमेंट करके बढ़िया पैसा कमा सकते हैं। पोस्ट ऑफिस की डिपॉजिट स्कीम्स मार्केट में मौजूद अन्य डिपॉजिट स्कीम से बेहतर होती हैं क्योंकि सरकार खुद इनकी गारंटी देती है। इसमें आपका पैसा कभी नहीं डूबता। इन स्मॉल सेविंग स्कीम्स (Small Saving Schemes) में कई स्कीम्स ऐसी हैं जिनमें आयकर ऐक्ट के सेक्शन 80 सी के तहत टैक्स छूट का फायदा भी उठाया जा सकता है। सरकार इन सभी स्कीम्स के ब्याज दर की समीक्षा हर तीन महीने में करती है और नए सिरे से नई दरें तय करती है।

सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS)


60 साल या उससे अधिक आयु के लोग ब्याज से नियमित आय के लिए इस स्कीम में निवेश कर सकते हैं। इसमें पांच साल का लॉक-इन पीरियड होता है और जमा पर ब्याज का भुगतान हर तीन महीने पर किया जाता है। इसमें कोई व्यक्ति अधिकतम 15 लाख रुपए तक का निवेश कर सकता है। खास बात यह है कि सेक्शन 80सी के तहत इसमें टैक्स छूट का लाभ लिया जा सकता है।

सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)

अगर आपकी बेटी की उम्र 10 साल से कम है, तो आप अपनी बेटी के लिए यह खाता खोल सकते हैं। केंद्र सरकार की बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत लॉन्च की गई यह स्कीम बच्चियों के लिए फंड तैयार करने का बेहतरीन विकल्प है। आपकी बेटी के 21 वर्ष का हाेने पर यह अकाउंट मैच्योर होगा। इससे आपकी बेटी की पढ़ाई या किसी और सपने को पूरा करने के लिए अच्छा-खास पैसा जुट जाएगा। इस स्कीम में निवेश, उस पर मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी का अमाउंट तीनों टैक्स फ्री है।

पब्लिक प्रविडेंट फंड या पीपीएफ (PPF)


पीपीएफ में भी निवेश की गई रकम, ब्याज से हुई आय और मैच्योरिटी का अमाउंट तीनों टैक्स फ्री हैं। इसमें 15 साल का लॉक-इन पीरियड है, हालांकि आप सातवें साल से आंशिक निकासी कर सकते हैं। तीसरे साल से इस पर लोन भी लिया जा सकता है। 

राष्ट्रीय बचत पत्र (NSC)


एनएससी में पांच साल का लॉक-इन पीरियड होता है। इस स्कीम के तहत भी 80सी के तहत टैक्स छूट का फायदा उठाया जा सकता है। इस स्कीम में इंट्रेस्ट का भुगतान नहीं किया जाता, बल्कि उसे फिर से निवेश कर दिया जाता है।

पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (POTD) 


बैंक में एफडी की तरह पोस्ट ऑफिस में भी टाइम डिपॉजिट किया जाता है। यह एक, दो, तीन और पांच वर्षों के लिए होता है। इसकी सबसे खास बात यह है कि 10 साल से ऊपर का कोई नाबालिग भी इस स्कीम में निवेश कर सकता है। पांच साल के टर्म डिपॉजिट में 80सी के तहत टैक्स छूट का फायदा उठाया जा सकता है।

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS)

पीओएमआईएस में निवेशकों को मासिक आधार पर ब्याज भुगतान की सुविधा मिलती है। यह पांच साल के लिए होता है। ब्याज की रकम हर महीने उसी पोस्ट ऑफिस में निवेशक के सेविंग अकाउंट में अपने आप क्रेडिट हो जाती है। एक साल के बाद कुछ पेनल्टी चुकाकर प्रीमैच्योर विदड्रॉल किया जा सकता है। 

किसान विकास पत्र (KVP)


अगर आप अपने निवेश को दोगुना करना चाहते हैं, तो आपको केवीपी में निवेश करना चाहिए। इसमें रकम के दोगुना होने का काफी चांस हाेता है। अन्य स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स की तरह ही इसमें भी इंटरेस्ट रेट की समीक्षा हर तीन महीने पर की जाती है और रकम दोगुना होना इंटरेस्ट रेट पर निर्भर करता है।

पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट्स (RD)

नियमित अंतराल पर छोटी तयशुदा रकम को इंवेस्ट करने के लिए आप पोस्ट ऑफिस में आरडी अकाउंट खोल सकते हैं। इसमें आप जितने चाहें उतने अकाउंट खुलवा सकते हैं, अकाउंट खुलवाने की कोई सीमा नहीं है। 

पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट 



बैंक के सेविंग्स अकाउंट की तरह ही पोस्ट ऑफिस में भी सेविंग अकाउंट खोला जा सकता है। आप न्यूनममत 20 रुपए से भी यह अकाउंट खोल सकते हैं, जबकि अधिकतम की कोई सीमा नहीं है। नॉन-चेक फैसिलिटी अकाउंट के लिए अकाउंट में 50 रुपए का मिनिमम बैलेंस रखना होगा। चेक फैसिलिटी लेने के लिए 500 रुपए का मिनिमम बैलेंस होना जरूरी है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *