सिलक्यारा में सुरंग में फंसे श्रमिकों की कुशलक्षेम जानने वहां पहुंचने वाले उनके स्वजन का खर्च राज्य सरकार उठाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अनुसार इन श्रमिकों के स्वजन के आवागमन, रहने-खाने और मोबाइल रीचार्ज की व्यवस्था सरकार करेगी। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। स्वजन से समन्वय बनाने के लिए लिए तीन और अधिकारी उत्तरकाशी भेजे गए हैं। ये अधिकारी दूसरे राज्यों के अधिकारियों के साथ बचाव कार्य समेत अन्य जानकारी भी साझा करेंगे। अधिकारियों को बचाव कार्य से जुड़ी व्यवस्था में तत्काल योगदान देने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए सभी स्तर पर बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं। बचाव कार्य के साथ ही श्रमिकों की कुशलक्षेम जानने आ रहे स्वजन से बेहतर समन्वय स्थापित कर पल-पल की जानकारी साझा की जा रही है। दूसरे राज्यों के श्रमिकों के स्वजन व वहां के अधिकारियों से संपर्क, समन्वय के लिए घटना के दिन ही उत्तरकाशी में पुलिस का कंट्रोल रूम स्थापित किया जा चुका है।
वहां से स्वजन को अपडेट जानकारी दी जा रही है। शासन स्तर पर वरिष्ठ आइएएस डा नीरज खैरवाल को केंद्रीय संस्थानों, एजेंसियों व विशेषज्ञों की टीम से समन्वय की जिम्मेदारी पहले ही दे दी गई है। एसडीएम शैलेंद्र नेगी को भी मौके पर भेजा गया है।
मंडलायुक्त विनय शंकर पांडेय ने हरिद्वार के एसडीएम मनीष सिंह व डीएसओ तेजबल सिंह और रुद्रप्रयाग के डीपीओ अखिलेश मिश्रा को भी इस टीम में शामिल किया है। ये अधिकारी उत्तरकाशी के डीएम के निर्देश पर श्रमिकों के स्वजन के लिए भोजन, आवास, परिवहन के अलावा बचाव कार्य से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण व्यवस्था देखेंगे।
पूरा इंतजाम किया गया हैः सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रमिकों के स्वजन को किसी प्रकार की कोई कठिनाई न हो, इसका पूरा इंतजाम किया गया है। अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जरूरतमंद स्वजन के मोबाइल रीचार्ज से लेकर भोजन, आवास, परिवहन जैसी जरूरी सभी व्यवस्थाएं की जाएं। इस कार्य को पूरी संवेदनशीलता व तत्परता से करने को कहा गया है, ताकि सुरंग में फंसे श्रमिकों व उनके स्वजन को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो।