नई दिल्ली I कांग्रेस ने शकील अहमद को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। उन पर आरोप है कि वो पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर मधुबनी से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। 15 अप्रैल को शकील अहमद ने पार्टी के प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया था।
दरअसल, गठबंधन के तहत मधुबनी की सीट विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के खाते में चली गई है। जिसके बाद से वह नाराज चल रहे थे। अहमद पहले भी मधुबनी से सांसद रहे हैं। वह इस सीट से टिकट मांग रहे थे। लेकिन जब टिकट नहीं मिली तो उन्होंने बगावत कर दी और मधुबनी से मैदान में निर्दलीय ही कूद पड़े।
शकील अहमद ने महागठबंधन के उम्मीदवार विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के बद्री पूर्वे के लड़ने के बावजूद पर्चा भरा है। करीब 20 बाद सही कांग्रेस एक्शन में आई और अहमद को निष्कासित कर दिया। दरअसल, अब तक पार्टी का कोई कदम न उठाना, बिहार में बाकी सहयोगियों को खटक रहा था। इसका असर चुनावी रणनीति पर भी पड़ रहा था। ऐेसे में कांग्रेस ने शकील अहमद पर कार्रवाई कर अपने नेता और गठबंधन के साथियों दोनों को संदेश देने की कोशिश की है।