अल्मोड़ा I उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में चौखुटिया से सात किमी दूर खीड़ा में रविवार को बादल फटने के बाद लापता हुए राम सिंह (48) का शव उसके गोशाले से करीब 50 फीट की दूरी पर डूंगर गधेरे में बरामद हुआ। प्रशासन ने मौके पर ही पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
मृतक की पत्नी बच्चों के साथ पिछले कई वर्षों से मायके में रह रही थी। घटना की जानकारी मिलने पर वह भी खीड़ा पहुंच गई थी। इसके बाद राम सिंह का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। एसडीएम आरके पांडे ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद मृतक के परिजनों को आपदा राहत के तहत चार लाख रुपये दिए जाएंगे।
घटना के तीसरे दिन मंगलवार को डूंगर गधेरे में पोकलैंड से मलबा हटाने के बाद राम सिंह का शव दिखाई दिया। शव करीब पांच मीटर नीचे दबा था। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम पिछले तीन दिन से राम सिंह को खोजने में जुटी थी।
मृतक की पत्नी भगवती देवी उर्फ भागुली देवी कई वर्षों से मायके नागाड़ में रह रही थी। घटना की सूचना मिलने पर वह बेटी हेमा (16) और बेटे ललित (14) के साथ खीड़ा पहुंच गई। एसडीएम आरके पांडे की मौजूदगी में पंचनामा भरने के बाद रानीखेत से आई चिकित्सकों की टीम ने मौके पर ही शव का पोस्टमार्टम किया। क्षेत्रीय विधायक महेश नेगी ने मृतक के परिजनों को सांत्वना दी। जिला पंचायत सदस्य गजेंद्र नेगी, प्रधान पति लक्ष्मणसिंह नेगी, दिगंबर नेगी आदि भी मौके पर मौजूद थे।
सार्थक संस्था ने बांटे कपड़े
सार्थक प्रयास संस्था ने खीड़ा में आपदा प्रभावित सात परिवारों को कपड़े, साड़ियां, स्वेटरें और राशन बांटा। इस मौके पर संस्था के पवन तिवारी, गोकुल कांडपाल, रेनु, दिगंबर नेगी आदि मौजूद थे।