रुड़की I उत्तराखंड के रुड़की में दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर पति ने पत्नी को तीन बार तलाक बोलकर रिश्ता तोड़ लिया। यही नहीं आरोप है कि ससुराल वालों ने मारपीट कर विवाहिता को घर से निकाल दिया। मारपीट में महिला का गर्भपात भी हो गया।
पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र स्थित मोहल्ला सती निवासी शाइस्ता की शादी वर्ष 2018 में सहारनपुर के थाना चरथावल के दधेड़ू निवासी शादाब से हुई थी।
शादी में परिवार वालों ने भरपूर दान दहेज दिया था। आरोप है कि शादी के बाद से पति और ससुराल वाले और दहेज के लिए परेशान करने लगे। इतना ही नहीं दहेज में दो लाख की नगदी और एक कार की मांग करने लगे। विरोध करने पर शाइस्ता के साथ मारपीट की गई।
शाइस्ता ने इसकी जानकारी परिजनों को दी। इसके बाद भी ससुराल वाले दहेज मांगते रहे तो शाइस्ता के परिजनों ने एक लाख रुपये दे दिए, लेकिन वे दो लाख और कार मांगते रहे।
आरोप है कि इसी बीच ससुराल वालों ने बंधक बनाकर शाइस्ता को जान से मारने की कोशिश की। मारपीट में उसका गर्भपात हो गया। आरोप है कि इसी साल 25 मार्च को ससुराल वालों ने मारपीट कर घर से निकाल दिया। तभी से शाइस्ता मायके में ही रह रही हैं।
11 सितंबर को पति शादाब ने मोबाइल पर कॉल कर तीन बार तलाक बोलकर रिश्ता तोड़ लिया। पीड़िता ने बृहस्पतिवार शाम सिविल लाइंस कोतवाली पहुंचकर पुलिस को तहरीर दी।
कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर पति शादाब के खिलाफ तीन तलाक, दहेज उत्पीड़न और मारपीट का केस दर्ज कर लिया है। वहीं, सत्तार, फरीदा, शहजाद, दिलशाद, नौशाद और शाईन के खिलाफ मारपीट समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

