मसूरी,23,अप्रैल-,इबादत औऱ रोजे के महीने रमजान के नजदीक आते ही कोरोना वायरस की त्रास्दी के मद्देनजर पहाड़ो की रानी मसूरी में भी शासन प्रशासन ने कमर कस ली है। इसी के चलते उपजिलाधिकारी वरूण चौधरी ने कुलड़ी की जामा मस्जिद में जाकर सोशल डिस्टर्न्स का पालन करने के लिए कुलड़ी मस्जिद के मौलवी को आवश्यक निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि रमजान के महीने में रोज सेहरी के टाइम सुबह जो सायरन बजाया जाता है।वो रोज सिर्फ 20 सेकेंड ही बजाया जाएगा साथ ही रमजान की नवाज़ भी सभी लोग पहले के तरह अपने अपने घरों से ही अता करेंगे।जिससे कि सोशल डिस्ट्रेन्स का पालन किया जा सके।
बता दे कि रमजान (चाँद रात) चाँद दिखने के बाद से शुरू हो जाता है।इस भारत मे 24 को यदि चाँद दिखाई देता है तो 25 से रमजान शुरू हो जाएंगे इस महीने मुश्लिम समुदायों के लोग अल्लाह की इबादत औऱ रोजे रखते हैं।
उन्होंने बताया कि रमजान के महीने में रोज सेहरी के टाइम सुबह जो सायरन बजाया जाता है।वो रोज सिर्फ 20 सेकेंड ही बजाया जाएगा साथ ही रमजान की नवाज़ भी सभी लोग पहले के तरह अपने अपने घरों से ही अता करेंगे।जिससे कि सोशल डिस्ट्रेन्स का पालन किया जा सके।
बता दे कि रमजान (चाँद रात) चाँद दिखने के बाद से शुरू हो जाता है।इस भारत मे 24 को यदि चाँद दिखाई देता है तो 25 से रमजान शुरू हो जाएंगे इस महीने मुश्लिम समुदायों के लोग अल्लाह की इबादत औऱ रोजे रखते हैं।
कुलड़ी मस्जिद के इमाम मौ आजम ने बताया कि लोक डाउन को देखते हुए सभी मुश्लिम समुदाय के लोगो को ये ताकीद कर दी गई है।कि सभी लोग रमजान जुम्मे की नवाज़ घरों से ही अता करँगे ।जिससे कि सोशल डिस्ट्रेन्स का पालन हो सके साथ ही इस वर्ष सुबह सेहरी के समय सायरन नही बजाया जाएगा शाम को इफ़्तयारी के समय शासन प्रशासन के निर्देश के अनुसार 20 सेकेण्ड के लिए ही बजाया जाएगा।