देहरादून। भाजपा सांसद रमेश पोखरियाल निशंक संसद में सवाल करने, जन संपर्क, सांसद निधि खर्च, पार्टी कार्यकर्ताओं से तालमेल बनाने के साथ ही सोशल मीडिया पर भी खासे सक्रिय रहे। केंद्र की योजनाओं संसदीय क्षेत्र में बखूबी लागू हो, इसे लेकर भी मशक्कत दिखाई दी है। अलबत्ता, सांसद आदर्श गांव को संवारने का प्रयास अभी मंजिल तक पहुंचना बाकी है। क्षेत्र में संतुलित विकास पर ज्यादा फोकस रहा। पिछले पांच वर्ष में सांसद विपक्ष के निशाने पर ही नहीं रहे, बल्कि कई बार अपनी पार्टी के बड़े नेता व वरिष्ठ कार्यकर्ता भी सांसद को घेरने में पीछे नहीं रहे। इसके बावजूद निशंक ने व्यवहार कुशलता को हथियार बना चुनौतियों का बखूबी सामना किया।
संसद में पूछे 640 सवाल
संसद में निशंक की उपस्थित से लेकर सवाल पूछने में निरंतरता बनी रही। गंगा, हिमालय, तीर्थाटन, पर्यटन पर उनके सवाल काफी अहम रहे। संसद में सक्रियता के मामले में निशंक राज्य के अन्य सांसदों से काफी आगे रहे। पांच साल के 17 सत्रों में 640 प्रश्न पूछे। हिमालयी राज्यों के लिए अलग मंत्रालय के गठन को गैर सरकारी संकल्प के साथ ही निशंक ने शैक्षिक संस्थाओं में योग का अनिवार्यता, उत्तराखंड के लिए मेगा परिपथ, आइडीपीएल को पुनर्जीवित करने, पलायन पर अंकुश, परमाणु उर्जा, पर्यावरण संरक्षण, हिमालयी राज्यों को ग्रीन बोनस व चारधाम परियोजना से जुड़े सवाल संसद में उठाए।