देहरादून। उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों पर चुनाव से पहले ही करीब 50 हजार वोटरों के नाम पर निर्वाचन आयोग की मशीनरी ने कैंची चला दी है। ज्यादातर नाम वोटरों के अन्यत्र शिफ्ट हो जाने के चलते हटाए गए हैं। ऐसे में क्षेत्र विशेष से दूर हुए यह मतदाता किस करवट बैठेंगे, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, मगर इतना जरूर है कि किसी भी सीट पर टक्कर कड़ी होने की दशा में ये वोटर हार-जीत का गणित जरूर बिगाड़ सकते हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार पांचों सीटों पर 49 हजार 390 मतदाताओं के नाम हटा दिए गए हैं। बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) के सर्वे के आधार पर मतदाताओं के नाम पर कैंची चलाई गई है। सर्वाधिक नाम पौड़ी लोकसभा सीट के विधानसभा क्षेत्रों से काटे गए हैं और इसके बाद नैनीताल सीट का स्थान दूसरा है, जबकि सबसे कम नाम हरिद्वार लोकसभा सीट से कटे हैं। इसका आशय यह भी हुआ कि हरिद्वार सीट पर मतदाताओं का माइग्रेशन सबसे कम हुआ है और यहां लंबे समय से सक्रिय दावेदारों को इसका लाभ मिल पाएगा।