देहरादून I मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर उत्तराखंड लौटे प्रवासियों के लिए राशन की व्यवस्था के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। ऐसे लोग जिनके पास किसी भी राज्य का राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का कार्ड है, उनको वन नेशन वन कार्ड योजना के अंतर्गत ‘सफेद’ व ‘गुलाबी’ कार्ड की तरह ही लाभ दिया जाएगा।
ऐसे लोग जिनके पास कोई कार्ड नही है, उन्हें भी आत्मनिर्भर भारत योजना के अंतर्गत प्रति यूनिट पांच किलो चावल और एक किलो दाल निशुल्क दी जाएगी। जिलाधिकारियों और जिला पूर्ति अधिकारियों को वापस आए प्रवासियों और उनके कार्ड संबंधी विवरण संकलित करने के निर्देश दिए हैं।
वहीं, हजारों की तादात में उत्तराखंड लौट रहे प्रवासियों को प्रदेश सरकार अब राशन किट मुहैया करवाएगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने निर्देश दिए हैं कि प्रवासियों को खाद्यान्न की कमी नहीं आनी चाहिए।
मास्क पहनना अनिवार्य, नहीं पहना तो लगेगा जुर्माना
सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक व्यक्ति को मास्क पहनना अनिवार्य है, जो मास्क नहीं पहनता उस पर जुर्माना लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ी संख्या में प्रवासी उत्तराखंड लौट रहे हैं। उनकी प्रत्येक समस्या को सुलझाना सरकार की जिम्मेदारी है। प्रवासियों के व्यापक हित में उन्हें खाद्यान्न आदि की कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सभी जरूरतमंदों के लिए खाद्यान्न की व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य किया जाए। यह सभी के व्यापक हित में है। संक्रमण को रोकने में इससे बड़ी मदद मिलेगी। जो व्यक्ति मास्क का उपयोग नहीं करेगा उस पर आर्थिक जुर्माना लगाने का प्रावधान किया जाए।
उधर, मुख्यमंत्री से शुक्रवार को भाजपा पदाधिकारियों का शिष्टमंडल मिला। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कोविड-19 की रोकथाम और लोगों को राहत पहुंचाने के लिए उनके सुझाव सुने। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार संक्रमण को रोकने का हर संभव कोशिश कर रही है।

