नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी प्रचंड बहुमत के साथ दूसरी बार सरकार बनाने जा रहे हैं। गुरुवार को शाम सात बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति भवन में मोदी और उनकी मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। इस कार्यक्रम में देश विदेश की तमाम नामचीन हस्तियां हिस्सा लेंगी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी,यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
वहीं विदेश मंत्रालय की तरफ से नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने मेहमानों की पुष्टि कर दी है। 30 मई को बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद, श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना, नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली, म्यांमार के राष्ट्रपति यू विन म्यिंट, किर्गीज राष्ट्रपति जीनबेकोव और भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे।
इनके अलावा मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ और थाईलैंड के विशेष दूत ग्रिसाडा बूनरैक भी मोदी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
भारत सरकार ने इस समारोह में शामिल होने के लिए BIMSTEC (बे ऑफ बंगाल इनीशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल ऐंड इकॉनमिक को-ऑपरेशन) समूह के नेताओं को आमंत्रित किया है। शपथ ग्रहण समारोह में सभी प्रदेशों के राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है।
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगी। उन्होंने ट्वीट कर शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होने को लेकर अपनी असमर्थता जताई। ममता ने इसकी वजह पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा में 50 से अधिक बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या किए जाने के पार्टी के दावे को बताया है। इससे पहले उन्हें संकेत दिए थे कि वह शपथ-ग्रहण समारोह में हिस्सा ले सकती हैं।