अमेरिकी प्रोफेसर का दावा- भारत में ऐसे ही बढ़ा संक्रमण तो जुलाई में होंगे करीब 5 लाख मामले

नई दिल्ली: भारत में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच अमेरिकी प्रोफेसर और शोधकर्ता भ्रमर मुखर्जी ने बड़ा अनुमान लगाया है. ये अनुमान चौंकाता भी है और डराता भी है. अनुमान के मुताबिक, जुलाई में भारत में कोरोना के मामले 5 लाख के पार हो सकते हैं. भ्रमर मुखर्जी भारत में लॉकडाउन और कोरोना नियंत्रण पर आधारित 43 पन्नों की ये रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट में भारत में कोरोना को लेकर आंकलन है कि मौजूदा हालात के हिसाब से जुलाई की शुरुआत तक भारत में कोरोना के 5 लाख मामले सामने आ सकते हैं.

20 से 25 मई तक के आंकड़े जानिए
भ्रमर मुखर्जी के इस आंकलन को समझने के लिए पिछले 5 दिनों यानी 20 से 25 मई तक के कोरोना के नए मामलों से जुड़े आंकड़े जानना बेहद जरूरी है.

20 मई को 5 हजार 611 नए कोरोना मरीज सामने आए.
21 मई को 5 हजार 609, 22 मई को 6 हजार 88
23 मई को 6 हजार 654
24 मई को 6 हजार 767

और 25 मई को कोरोना के 6 हजार 977 नए मामले सामने आए.
यानी 20 से 25 मई के बीच हर रोज औसतन 6200 मामले सामने आ रहे हैं. अगर इसी हिसाब से मामले बढ़े तो 26 मई से 1 जुलाई के बीच 36 दिन में करीब 2 लाख 23 हजार 2 सौ नए कोरोना मामले सामने आ सकते हैं. अगर 25 मई तक के कोरोना के कुल मामलों में इसे जोड़ा जाए तो 1 जुलाई तक कुल कोरोना मरीजों की संख्या 3 लाख 62 हजार 45 पर पहुंच जाएगी.

26 मई से हर रोज कोरोना के औसतन 10 हजार मामले सामने आने का अनुमान
26 मई से हर रोज कोरोना के औसतन 10 हजार 32 मामले सामने आएंगे.  यानी 1 जुलाई तक कुल कोरोना मरीजों की संख्या करीब 5 लाख पहुंच जाएगी. हालात बहुत बिगड़े तो भारत में अधिकतम 21 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं.

भ्रमर मुखर्जी की रिपोर्ट से जुड़ी जरूरी बात यह है कि इसे 14 अप्रैल तक के आंकड़ों के आधार पर तैयार किया गया है. भारत में लॉकडाउन के तीसरे चरण के दौरान भ्रमर मुखर्जी की रिपोर्ट का रिवीजन चल रहा था.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *