नई दिल्ली। सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए मोदी सरकार लगातार बड़े फैसले ले रही है. इस कड़ी में एक बार फिर बैंकों के विलय का भी फैसला लिया गया है. इस विलय प्रक्रिया के तहत 10 बड़े बैंकों को मिलाकर 4 बैंक बनाए जाएंगे. यानी 6 बैंकों का दूसरे बैंकों में विलय जाएगा. इस विलय का असर बैंक के ग्राहकों पर भी पड़ेगा.
दरअसल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बीते शुक्रवार को ऐलान किया कि सरकार ने 10 बैंकों का विलय कर 4 बैंक बनाने का फैसला लिया है. उन्होंने बताया कि पंजाब नेशनल बैंक में यूनाइटेड बैंक और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स का विलय होगा. सिंडिकेट बैंक का केनरा बैंक में विलय किया जाएगा. इसी तरह यूनियन बैंक में आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का विलय किया जाएगा. जबकि इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक का मर्जर किया जाएगा.
इस विलय प्रक्रिया के बाद 10 में से 6 सरकारी बैंक खत्म हो जाएंगे और उनके ग्राहक दूसरे बैंकों में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे. हम आपको बताते हैं कि अगले 6 महीने में विलय के कौन-कौन से बैंक के नाम खत्म हो जाएंगे. पंजाब नेशनल बैंक में यूनाइटेड बैंक और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स का विलय होगा. जिसके बाद यूनाइटेड बैंक और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स बैंक नाम खत्म हो जाएगा. इन दोनों बैंकों के ग्राहकों का खाता पंजाब नेशनल बैंक में ट्रांसफर हो जाएगा.
इसी तरह सिंडिकेट बैंक के ग्राहकों का खाता केनरा बैंक में शिफ्ट हो जाएगा, जबकि आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक के ग्राहकों का खाता यूनियन बैंक में ट्रांसफर हो जाएगा. इसके अलावा इलाहाबाद बैंक के अकाउंट होल्डर्स इंडियन बैंक में ट्रांसफर हो जाएंगे.