नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर शनिवार को वोटिंग हो गई। इस बार 61.46 फीसदी मतदान हुआ। यह 2015 में हुए चुनाव के 67.47 फीसदी मत प्रतिशत से कम है। अब 11 फरवरी को नतीजे आएंगे, लेकिन उससे पहले एग्जिट पोल्स के नतीजे आ गए। एग्जिट पोल के अनुसार, दिल्ली में एक बार फिर से आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार बन रही है। आप को 47 से लेकर 68 सीटें तक मिलने का अनुमान है। वहीं बीजेपी की स्थिति में 2015 की तुलना में सुधार हो रहा है, हालांकि उसकी सरकार बनने की संभावना किसी भी एग्जिट पोल में नहीं दर्शाई गई है।
लेकिन ये एग्जिट पोल्स सबसे ज्यादा चिंता कांग्रेस के लिए लेकर आए हैं। 2015 की तरह ही इस बार भी कांग्रेस की हालत बेहद ज्यादा पतली है। 2015 में 0 सीट लाने वाली कांग्रेस का इस बार भी खाता न खुले तो चौंकाने वाली बात नहीं होगी। ज्यादा पोल्स में कांग्रेस को शून्य ही सीटें मिल रही हैं। हां कुछ पोल्स में उसे 1 से लेकर 2 सीटें मिलती दिख रही हैं।
एग्जिट पोल्स के नतीजे साफ दर्शा रहे हैं कि दिल्लीवालों के दिल में अब कांग्रेस के लिए कोई जगह नहीं है। 2013 में विधानसभा चुनाव हारने के बाद से ही कांग्रेस के लिए दिल्ली मुश्किल होती चली गई। पहले 2014 लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली, फिर 2015 विधानसभा चुनाव में सूपड़ा साफ हो गया। इसके बाद 2019 लोकसभा चुनाव में भी खाता नहीं खुला।

