नई दिल्ली: निर्भया के चारों दोषियों को फांसी के बाद निर्भया के माता-पिता ने कहा कि आज उनकी बेटी को इंसाफ मिल गया. उन्होनें कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर बहुत बड़ी उम्मीद जगी. हमने न्याय के लिए लड़ाई लड़ी और इंसाफ मिला.
पूरे देश के लिए बहुत बड़ा दिन- बद्रीनाथ सिंह
दोषियों को फांसी के बाद निर्भया के पिता बद्रीनाथ सिंह ने कहा, ”हमें इस घड़ी का सात साल से इंतजार था, हम बहुत खुश हैं. आज न्याय का दिन है और सिर्फ हमारे लिए ही नहीं पूरे देश के लिए बहुत बड़ा दिन है. महिला सुरक्षा को लेकर आज बहुत बड़ी उम्मीद जगी है, आज पूरे देश के लिए न्याय का दिन है. आज निर्भया सच में खुश होगी. एक बेटी तभी खुश होती है जब उसके माता पिता खुश हों, आज हम बहुत खुश हैं इसलिए निर्भया भी बहुत खुश होगी. आज उनकी आत्मा को शांति जरूर मिली होगी. हमारी मांग है कि महिला सुरक्षा को लेकर ऐसे कानून बनें, जिससे फिर किसी माता पिता को ऐसा इंतजार ना करना पड़े.”
आज का दिन देश की महिलाओं के नाम- आशा देवी
फांसी के बाद निर्भया की मां आशा देवी ने कहा, ”फाइनली आज उन्हें फांसी पर लटकाया गया है, आज का दिन हमारी बच्ची के नाम और देश की महिलाओं के नाम है. जिस तरह दोषियों की तरफ से एक एक याचिकाएं डाली गयीं लेकिन देश अदालत ने उन्हें खारिज किया. आज का दिन बहुत बड़ा है. कहीं ना कहीं इस केस के बहाने से हमारे कानून की कमियां सामने आ गईं, हमारे संविधान पर सवाल उठ गया था. लेकिन आज इसी संविधान और कानून के कारण ही मुझे इंसाफ मिला है. देश भर की महिलाओं में कानून के प्रति विश्वास बढ़ेगा.”
मां का धर्म पूरा हो गया- आशा देवी
आशा देवी ने कहा, ”हमारी बेटी आज दुनिया में नहीं है, वो अब आ भी नहीं सकती लेकिन आज के बाद देश की बेटियां सुरक्षित महसूस करेंगी. हमें इंसाफ मिला है लेकिन हमारी लड़ाई देश की दूसरी बेटियों को इंसाफ दिलाने के लिए होगी. कल जब हम कोर्ट के आए तो हमने अपनी बेटी की फोटो के आगे हाथ जोड़े और उसकी फोटो गले से लगाया. मुझे अपनी बेटी पर गर्व है कि उसके नाम से मुझे पूरी दुनिया जानती है. मुझे अफसोस है कि उन्हें बचा नहीं पाए लेकिन आज ममता और मां धर्म पूरा हो गया.”