नई दिल्ली : ऐसे में जबकि पूरी दुनिया कोरोना वायरस की चपेट में है और इससे निजात पाने के लिए हर कोशिश कर रही है, दुनिया के नेताओं में भी इस घातक संक्रमण से एकजुट मुकाबले का संकल्प मजबूत हो रहा है। कोरोना के इस संकट के बीच भारत दुनिया के विभिन्न देशों के साथ अपने नए रिश्ते गढ़ रहा है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच फोन पर बातचीत हुई है, जिसमें नेताओं ने इस वैश्विक महामारी से मिलकर पार पाने का संकल्प दोहराया।
पीएम मोदी, मैक्रों की बातचीत
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच मंगलवार को फोन पर हुई बातचीत में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में जानकारी साझा करने और इस संक्रमण के उपचार व टीके पर शोध के लिए साथ मिलकर काम करने पर सहमति जताई गई। फ्रांस के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी की बात का समर्थन किया कि कोविड-19 का संकट आधुनिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ है और यह दुनिया को वैश्वीकरण की एक नई मानव-केंद्रित अवधारणा का अवसर प्रदान करता है।
भारत-फ्रांस करेंगे सहयोग
इस बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने कोविड-19 महामारी के कारण फ्रांस में हुए जानमान के नुकसान पर संवेदना जताई और मौजूदा हालात में वैश्विक सहयोग व एकजुटता के महत्व को रेखांकित किया। दोनों नेताओं ने इस पर सहमति जताई कि कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर दोनों देशों के विशेषज्ञ जानकारी साझा करेंगे। मैक्रो ने कोरोना वायरस के खतरे से बचने के लिए दुनियाभर में लॉकडाउन के ऐलान के बीच घरों में रह रहे लोगों के मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योगाभ्यास के पीएम मोदी के सुझाव को भी स्वीकार किया।

