शहर के पाश रेसकोर्स इलाके में कारोबारी के फ्लैट में काम करने वाली 15 वर्षीय किशोरी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले को लेकर स्वजन और स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया। किशोरी करीब चार माह से फ्लैट में साफ-सफाई का काम कर रही थी। गुरुवार सुबह उसका शव शौचालय में फंदे पर लटका मिला। कारोबारी, उनकी शिक्षका पत्नी व एक अन्य परिचित शव को फंदे से उतारकर कोरोनेशन अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने किशोरी को मृत घोषित कर दिया। उधर, घटना के बारे में पता लगते ही किशोरी के स्वजन व स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और कारोबारी पर दुष्कर्म कर हत्या का आरोप लगाते हुए घटनास्थल पर जमकर हंगामा किया व सड़क पर जाम लगा दिया। आक्रोशित भीड़ ने कारोबारी के फ्लैट में तोड़फोड़ भी की।
पुलिस ने बामुश्किल स्थिति नियंत्रित की। किशोरी के पिता की तहरीर पर नेहरू कालोनी थाना पुलिस ने कारोबारी, उनकी पत्नी व एक अन्य के विरुद्ध हत्या, मारपीट, छेड़छाड़ समेत पोक्सो अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर तीनों को तत्काल हिरासत में ले लिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किशोरी के शरीर पर चोट के निशान नहीं आए हैं, न ही चिकित्सकों ने यौन उत्पीड़न का जिक्र किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण फांसी लगाना बताया गया है। घटना के कारणों की जांच की जा रही है। रेसकोर्स स्थित विधायक हास्टल के निकट पुरानी कार खरीदने-बेचने वाले कारोबारी अभिषेक लूथरा का फ्लैट है। उन्होंने करीब चार माह पूर्व धर्मपुर क्षेत्र की एक बस्ती निवासी 15 वर्षीय किशोरी को फ्लैट में साफ-सफाई के काम के लिए रखा था।
अभिषेक की पत्नी शहर के एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल में शिक्षिका हैं। वह रोजाना की तरह सुबह ही स्कूल चली गईं, जबकि फ्लैट पर अभिषेक लूथरा, उनका चालक व दो-तीन अन्य युवतियां मौजूद थे। पुलिस के अनुसार, गुरुवार को अभिषेक के फ्लैट से सामान की शिफ्टिंग का काम चल रहा था। इसी दौरान किशोरी सुबह काम पर आई और कुछ देर बाद उसका शव संदिग्ध परिस्थितियों में शौचालय में फंदे पर लटका मिला। घटना के बाद गुस्साए स्वजन ने मौके पर पहुंचकर जमकर हंगामा किया और फ्लैट में तोड़फोड़ कर रेसकोर्स रोड पर यातायात जाम कर दिया। हंगामे की सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, पुलिस अधीक्षक नगर प्रमोद कुमार पुलिस बल समेत मौके पर पहुंचे और स्वजन व आक्रोशित भीड़ को समझाने का प्रयास किया।
स्वजन आरोप लगाते रहे कि कारोबारी ने किशोरी से दुष्कर्म किया और बाद में उसकी हत्या कर दी। इस स्थिति में पुलिस ने देरी न करते हुए तत्काल कारोबारी, उनकी पत्नी और चालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया। इसके बाद आक्रोशित भीड़ शांत हुई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कोरोनेशन अस्पताल में तीन चिकित्सकों के पैनल से किशोरी के शव का पोस्टमार्टम कराया व वीडियोग्राफी भी कराई। देर रात तक आरोपितों से पूछताछ जारी रही।
चार भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी किशोरी
पुलिस के अनुसार, किशोरी का परिवार मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर का रहना वाला है। कुछ वर्ष पहले परिवार काम को लेकर देहरादून आया और यहां धर्मपुर में एक बस्ती में रहने लगा। किशोरी के पिता और मां मजदूरी करते हैं, जबकि परिवार का खर्च वहन करने के लिए किशोरी भी फ्लैट में साफ-सफाई का काम करने लगी। चार भाई-बहनों में किशोरी सबसे बड़ी थी। उसकी मौत के बाद छोटे भाई-बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई पूरी घटना
फ्लैट के भीतर लगे सीसीटीवी कैमरों में पूरी घटना कैद मिली। पुलिस ने जब कैमरों की रिकार्डिंग की जांच की तो पता चला कि किशोरी सुबह 9:27 बजे एक स्टूल लेकर शौचालय की ओर जा रही है। इसके करीब पौन घंटे बाद 10:19 बजे कारोबारी अभिषेक लूथरा व उनके चालक समेत चार-पांच लोग किशोरी को तलाशते हुए दिख रहे। इसी दौरान वह शौचालय की ओर भी गए और भीतर से किशोरी को बाहर लाते हुए दिखाई दे रहे। सीसीटीवी रिकार्डिंग में वह सभी किशोरी को प्राथमिक उपचार देते हुए भी नजर आ रहे और उसके होश में न आने पर बाहर की तरफ ले गए। पुलिस के अनुसार, कारोबारी किशोरी को कोरोनेशन अस्पताल ले गए थे और उन्होंने स्वयं ही पुलिस को घटना की सूचना दी थी।
पुलिस के विरुद्ध भी किया प्रदर्शन
घटना के बाद बड़ी संख्या में फ्लैट के बाहर पहुंचे स्वजन व भीड़ के आक्रोश का शिकार पुलिस को भी होना पड़ा। भीड़ ने पुलिस के विरुद्ध भी नारेबाजी की। स्वजन का आरोप था कि पुलिस ने उन्हें काफी देर से घटना की सूचना दी। यही नहीं, आरोप लगाया कि उनके आने से पहले ही शव अस्पताल ले जाया गया। पुलिस की ओर से बताया गया कि शव कारोबारी खुद अस्पताल ले गए थे।