देहरादून। एक दिन पहले नगर निगम बोर्ड की पहली बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यो की अनदेखी पर नाराजगी जताने के बाद अगले ही दिन जिला विकास समिति की बैठक में टिहरी लोकसभा सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह एक्शन के मूड में नजर आईं। माला राज्यलक्ष्मी ने नगर निगम में शामिल हुए ग्रामीण क्षेत्रों में कूड़ा निस्तारण व सफाई व्यवस्था को लेकर नाराजगी जताई और निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि धरातल पर तुरंत सुधार नजर आना चाहिए। ऐसा न हो कि लोगों का गुस्सा बढ़ जाए। वहीं, स्मार्ट सिटी में शहर में 1.36 करोड़ की लागत से दस स्मार्ट सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट तैयार होंगे।
शुक्रवार को राजपुर रोड स्थित मंथन सभागार में हुई जिला विकास समिति की त्रैमासिक बैठक की अध्यक्षता कर रहीं सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह ने समस्त विभागों में केंद्रीय योजनाओं की समीक्षा की। डीएम एसए मुरूगेशन ने पिछले तीन वर्षो की योजनाओं की प्रगति पर संयुक्त रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसके बाद सभी विभागों के अधिकारियों ने बारी-बारी योजनाओं की जानकारी दी। इस दौरान सांसद ने नगर निगम में शामिल किए ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यो के बारे में नगर निगम के अधिकारी से रिपोर्ट मांगी। अधिकारी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कूड़ा निस्तारण व सफाई व्यस्था मुख्य समस्या है। सार्वजनिक क्षेत्रों में लगे कूड़े के ढेर व डोर-टू-डोर कूड़ा उठान के लिए छोटे वाहन लगाए जाने की योजना है। मुख्य विकास अधिकारी जीएस रावत ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बजट की कमी की समस्या आती है, लेकिन अब विधायक निधि से भी इसमें बजट की व्यवस्था की जा रही है। इस पर माला राज्यलक्ष्मी ने नगर निगम बोर्ड की बैठक में पार्षदों की नाराजगी का जिक्र करते हुए इस स्थिति पर आपत्ति जताई। उन्होंने लोगों का गुस्सा जायज बताया। कहा कि विकास कार्यो में तेजी लाई जाए। कागजों में लंबी फेहरिस्त दिखाकर आम लोगों को कोई फायदा नहीं होने वाला है। इसके अलावा मुख्य चिकित्सा अधिकारी एसके गुप्ता, डीएसओ विपिन कुमार, डीपीओ मीना बिष्ट, सहायक समाज कल्याण अधिकारी दीपांकर घिल्डियाल, मुख्य कृषि अधिकारी विजय देवरानी समेत कई अन्य विभागों के अधिकारियों ने भी विभिन्न योजनाओं की प्रगति की जानकारी दी।