भारतीय गेंदबाजों का रहा शानदार प्रदर्शन, ऑस्ट्रेलिया को नहीं खोलने दिया अपना बल्ला

हैदराबाद। भारतीय गेंदबाजों ने अपने पेशेवर अंदाज का अच्छा नमूना पेश करके आस्ट्रेलिया को पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में शनिवार को यहां सात विकेट पर 236 रन ही बनाने दिये। भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन पूरी तरह से बदला हुआ था और उन्होंने आस्ट्रेलियाई पारी में अधिकतर समय अनुशासित गेंदबाजी की। मोहम्मद शमी सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने दस ओवर में 44 रन देकर दो विकेट लिये। जसप्रीत बुमराह (दस ओवर में 60 रन देकर दो विकेट) थोड़े महंगे साबित हुए लेकिन कुलदीप यादव (दस ओवर में 46 रन देकर दो), रविंद्र जडेजा (दस ओवर में 33 रन, कोई विकेट नहीं) और केदार जाधव (सात ओवर में 31 रन देकर एक विकेट) ने उसकी भरपायी कर दी। 
आस्ट्रेलिया की तरफ से सर्वाधिक रन बनाने वाले उस्मान ख्वाजा (76 गेंदों पर 50) और ग्लेन मैक्सवेल (40) भी भारतीय आक्रमण के सामने सहज होकर नहीं खेल पाये। भारत ने 169 गेंदें ऐसी की जिन पर रन नहीं बने। इसका मतलब है कि आस्ट्रेलिया ने अपनी पारी के दौरान 50 ओवरों में से 28.1 ओवर में रन नहीं बनाये। आंकड़ों से छठे गेंदबाज के रूप में उपयोग किये गये केदार और जडेजा के योगदान का पता नहीं चल सकता जिन्होंने दूसरे पावरप्ले के दौरान आस्ट्रेलियाई पारी पर अंकुश लगाया। इससे पहले शमी ने बेहतरीन स्पैल किया लेकिन तब मार्कस स्टोइनिस (53 गेंदों पर 37) और ख्वाजा ने संभलकर बल्लेबाजी की। इन दोनों ने कप्तान आरोन फिंच के पहले ओवर में आउट होने के बाद दूसरे विकेट के लिये 87 रन जोड़े। 
ख्वाजा ने बुमराह पर कवर ड्राइव और कुलदीप पर छक्के से रन गति कुछ तेज की। पहले पावरप्ले में हालांकि केवल 38 रन बने। स्टोइनिस ने इसके बाद विजय शंकर (तीन ओवर में 22 रन) को निशाना बनाया। आस्ट्रेलिया ने अगले पांच ओवर में 33 रन बनाये लेकिन जाधव ने तब स्टोइनिस को आउट कर दिया जिन्होंने गलत टाइमिंग से शाट लगाकर मिडविकेट पर कैच दिया। ख्वाजा ने छठा अर्धशतक पूरा करने के बाद हवा में शाट खेला जिसे विजय शंकर ने खूबसूरती से कैच में बदला। पीटर हैंड्सकांब (19) अपने फुटवर्क का अच्छा इस्तेमाल कर रहे थे लेकिन कुलदीप की गेंद पर महेंद्र सिंह धोनी ने बड़ी कुशलता से उन्हें स्टंप आउट कर दिया। 

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