सचिवालय मीडिया सेंटर में मंगलवार को सचिव शैलेश बगोली ने पत्रकार वार्ता में बताया कि उत्तराखंड आने के लिए 1 लाख 98 हजार 584 प्रवासी पंजीकरण करवा चुके हैं। जबकि अन्य राज्यों को जाने के लिए 29 हजार 975 लोगों ने पंजीकरण कराया है, इनमें से 11 मई तक 9970 लोग जा चुके हैं। उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों से दूसरे जनपदों को आने व जाने वाले व्यक्तियों की संख्या 52 हजार 621 है। उन्होंने कहा कि रेलवे के माध्यम से कई ट्रेनें उत्तराखंड में संचालित करने पर सहमति बनी है।
अभी तक चार ट्रेनें तय हो चुकी हैं। यात्रियों के टिकट का खर्च सरकार वहन कर रही है, जिसके लिए रेलवे को एक करोड़ रुपये एडवांस में जमा किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि गुजरात, केरल, तेलंगाना आदि राज्यों में फंसे हुए लोगों को रेल से लाने की प्रक्रिया गतिमान है। जबकि बसों के माध्यम से प्रवासियों को लगातार लाया जा रहा है। इसके अलावा निजी वाहनों के पास भी जारी किए जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल के लिए भी कुछ निजी वाहनों से आने के आवेदन आए थे, जिन्हें मंजूरी दे दी गई है। बताया कि लौट रहे
प्रत्येक व्यक्ति को होम क्वारंटीन किया जा रहा है।

