भोपाल I मुंबई हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे के खिलाफ की गई विवादित टिप्पणी को साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने वापस ले लिया है. उन्होंने शुक्रवार शाम को कहा कि उनके बयान से दुश्मन मजबूत हो रहे हैं, इसलिए वह अपनी टिप्पणी वापस ले रही हैं. इससे पहले प्रज्ञा ठाकुर ने दावा किया था कि मुंबई के आतंकवाद निरोधक दस्ते के पूर्व प्रमुख हेमंत करकरे ने उन्हें मालेगांव विस्फोट मामले में गलत तरह से फंसाया था और वह अपने कर्मों की वजह से मारे गए. करकरे मुंबई आतंकी हमलों के दौरान मारे गए थे.
साध्वी प्रज्ञा ने कहा, ‘यह मेरा व्यक्तिगत बयान है क्योंकि मैंने यातानाएं सहन की है. मैं सन्यासी हूं. अपने भाव में रहती हूं. हम अपने देश को कभी कमजोर नहीं होने देंगे. यह अपने घर की लड़ाई है और अगर अपने घर की लड़ाई में मैंने कहा है कि मुझे प्रताड़ित किया तो वह भाव गलत हो ही नहीं सकता.’ उन्होंने कहा कि लेकिन मेरे इस बयान से दुश्मनों को अगर बल मिल रहा है बिल्कुल इस बात को कहती हूं कि हम दुश्मनों का बल नहीं बढ़ाएंगे.
साध्वी प्रज्ञा ने कहा, ‘अगर किसी ने हमें प्रताड़ित किया तो हमने उसको कह दिया है. यह बिल्कुल हमारा बयान होना चाहिए. लेकिन हमारे देश के दुश्मनों को इस से बल मिलता है. मैं अपना बयान वापस लेती हूं.’ बीजेपी की तरफ से पल्ला झाड़ा जाने पर कहा, ‘यह वास्तव में मेरा व्यक्तिगत बयान है क्योंकि मैंने पीड़ा सही है, लेकिन देश के दुश्मनों को अगर इससे बल मिल रहा है तो मैं बिल्कुल बयान वापस लेती हूं. वहीं चुनाव आयोग की तरफ से कार्रवाई किए जाने पर साध्वी ने कहा कि उनको जो कार्रवाई करना होगी करना चाहिए. मैं उसका जवाब दूंगी.