वाराणसी लोकसभा सीट से प्रियंका गांधी के चुनाव न लड़ने की खबर के बाद बीजेपी के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने तंज कसा है. जेटली ने सोशल साइट्स पर जारी किए गए एक वीडियो में कहा, ‘पिछले दो सप्ताह से देश में हवा फैलाई जा रही थी कि प्रियंका को पीएम मोदी के खिलाफ उतारा जाएगा. प्रियंका गांधी भी मीडिया में पीएम मोदी से मुकाबला करने को तैयार है कह कर खूब बाइट दे रही थी, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने चोरी छुपे एक अनजान शख्स अजय राय को टिकट दे दिया.’
जेटली ने अपने वीडियो में गांधी परिवार की वंशवाद राजनीति पर जबरदस्त तंज कसते हुए कहा, ‘मैं ईश्वर से प्रार्थना कर रहा था कि यह मुकाबला एक बार हो जाए. ये मुठ्ठी भी खुल जाए और नया भारत यह साबित कर दे कि यह भारत अब वंशवाद को नहीं मानता. जो काम करते हैं सिर्फ उनको ही स्वीकारता है. यह एक ऐतिहासिक मुकाबला होता, लेकिन आखिरी क्षणों में डर जाना और मुकाबले से दूर भागना यह कांग्रेस पार्टी की नेतृत्व ने किया है. दो सप्ताहों से राहुल गांधी अपने परिवार का गुणगान करते कहते थे कि प्रियंका लड़ेगी और प्रियंका कहती थीं कि पार्टी अगर कहेगी तो चुनाव लड़ेंगे’
कांग्रेस पार्टी ने वाराणसी संसदीय सीट से पीएम मोदी के खिलाफ पांच बार के विधायक रहे अजय राय को टिकट दिया है. अजय राय पिछले लोकसभा चुनाव में भी पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़े थे और उनको बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था. इस बार भी कांग्रेस पार्टी ने अजय राय को ही टिकट दे कर पहले से ही मैदान से हटने का संकेत दे दिया है.
वित्त मंत्री जेटली ने कहा है कि यह नैतिक हार है. भाई ने भागकर वायनाड में शरण ले ली और बहन ने मुकाबले से हट गईं. आज का नया भारत वंशवाद को खारिज कर उपलब्धियों में विश्वास कर रहा है. प्रियंका गांधी का जुनून कांग्रेस पार्टी की मानसिकता को दर्शाता है.
अरुण जेटली ने अपने वीडियो मे कहा कि गुरुवार को दो एतिहासिक बातें हुई हैं. एक काशी में मोदी की शानदार रोड शो और दूसरा प्रियंका गांधी का चुनाव न लड़ना. जेटली ने कहा कि कांग्रेस को पिछले चालीस सालों में अमेठी और रायबरेली की दुर्दशा के बारे में आत्ममंथन करना चाहिए. पीएम मोदी ने पिछले पांच साल में वाराणसी में जो काम किया है उसको देखना चाहिए. आज का भारत वंशवाद को खारिज कर उपलब्धियों में विश्वास करता है.