चमोली I दो दिनों तक सुचारू रहने के बाद फिर लामबगड़ में बदरीनाथ हाईवे मलबा और बोल्डर आने से अवरुद्ध हो गया है। पुलिस प्रशासन की ओर से बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा पर जा रहे करीब 800 तीर्थयात्रियों को जोशीमठ, पांडुकेश्वर और गोविंदघाट में ठहराया गया है, जबकि लगभग 1000 तीर्थयात्रियों को बदरीनाथ धाम में ही रोक लिया गया है। शनिवार को सुबह हाईवे सुचारू होने के बाद तीर्थयात्रियों को उनके गंतव्य को भेजा जाएगा।
लामबगड़ क्षेत्र में शुक्रवार को दोपहर बाद भारी बारिश हुई। इसके चलते अपराह्न तीन बजे लामबगड़ चट्टान से भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर हाईवे पर आ गए। इसके बाद पुलिस के जवानों ने यात्रा वाहनों की आवाजाही रोक ली।
जोशीमठ के एसडीएम अनिल कुमार चन्याल का कहना है कि शुक्रवार को दोपहर बाद लगातार रही बारिश के कारण हाईवे को खोलने का काम भी शुरू नहीं हो पाया है। शनिवार को मौसम सामान्य होने पर यात्रा पड़ावों में रोके गए तीर्थयात्रियों को उनके गंतव्य को भेज दिया जाएगा।
बदरीनाथ और हेमकुंड में हुई बारिश, चोटियों पर बर्फबारी
बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब में बृहस्पतिवार रात को जमकर बारिश हुई, जबकि चोटियों पर बर्फबारी हुई। इससे दोनों धामों में ठंड बढ़ गई है। साथ ही नीलकंठ, सतोपंथ, नीती घाटी के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई।
शुक्रवार को भी दोपहर बाद झमाझम बारिश हुई, जो देर शाम तक भी जारी रही, जिससे जिले के मौसम में ठंडक आ गई है। बदरीनाथ धाम में नीलकंठ पर्वत पर भी बर्फबारी हुई है। बदरीनाथ धाम में ठंड को देखते हुए तीर्थयात्री दोपहर बाद अपने कमरों पर ही दुबके रहे।
शुक्रवार को भी दोपहर बाद झमाझम बारिश हुई, जो देर शाम तक भी जारी रही, जिससे जिले के मौसम में ठंडक आ गई है। बदरीनाथ धाम में नीलकंठ पर्वत पर भी बर्फबारी हुई है। बदरीनाथ धाम में ठंड को देखते हुए तीर्थयात्री दोपहर बाद अपने कमरों पर ही दुबके रहे।